वर्तमान में जीने की कला || आचार्य प्रशांत, ज़ेन पर (2013)

2019-11-05 1

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
७ जुलाई २०१३,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
मैं वर्तमान में स्थापित क्यों नहीं रह पाता हूँ?
समय और समयातीत में क्या अंतर है?
वर्तमान में जीने की कला क्या है?
वर्तमान में निरंतर कैसे जिएं?

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